13,99 €
inkl. MwSt.

Versandfertig in über 4 Wochen
  • Broschiertes Buch

>पुस्तक के प्रथम अध्याय में उत्तर प्रदेश राज्य, राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था, जनसंख्या, धार्मिक, भाषाई और सामाजिक व्यवस्था, उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश सिविल सचिवालय, उत्तर प्रदेश विधान परिषद एवं विधानसभा, राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा की सीटों के संबंध में मुख्यतः बिंदुओं पर प्रकाश डाला है। अध्याय दो में उत्तर प्रदेश के अठारह मंडलों जिनमे वाराणसी मंडल में प्रिंट मीडिया, फैज़ाबाद मंडल में प्रिंट मीडिया, आगरा मंडल में प्रिंट मीडिया, आजमगढ़ मंडल में प्रिंट मीडिया, कानपुर मंडल में प्रिंट मीडिया, चित्रकूट मंडल में प्रिंट मीडिया, झांसी मंडल में प्रिंट मीडिया, बरेली मंडल में…mehr

Produktbeschreibung
>पुस्तक के प्रथम अध्याय में उत्तर प्रदेश राज्य, राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था, जनसंख्या, धार्मिक, भाषाई और सामाजिक व्यवस्था, उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश सिविल सचिवालय, उत्तर प्रदेश विधान परिषद एवं विधानसभा, राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा की सीटों के संबंध में मुख्यतः बिंदुओं पर प्रकाश डाला है। अध्याय दो में उत्तर प्रदेश के अठारह मंडलों जिनमे वाराणसी मंडल में प्रिंट मीडिया, फैज़ाबाद मंडल में प्रिंट मीडिया, आगरा मंडल में प्रिंट मीडिया, आजमगढ़ मंडल में प्रिंट मीडिया, कानपुर मंडल में प्रिंट मीडिया, चित्रकूट मंडल में प्रिंट मीडिया, झांसी मंडल में प्रिंट मीडिया, बरेली मंडल में प्रिंट मीडिया, बस्ती मंडल में प्रिंट मीडिया, मिर्जापुर मंडल में प्रिंट मीडिया, मुरादाबाद मंडल में प्रिंट मीडिया, मेरठ मंडल में प्रिंट मीडिया, लखनऊ मंडल में प्रिंट मीडिया, बुरहानपुर मंडल में प्रिंट मीडिया, गोरखपुर मंडल में प्रिंट मीडिया, अलीगढ़ मंडल में प्रिंट मीडिया से प्रकाशित लोकल समाचार पत्रों-पत्रिकाओं के साथ राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया के नामों और उनकी सर्कुलेशन संख्या को संग्रहित किया गया है। अध्याय तीन में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त मीडिया कर्मियों को स्थिति का वर्णन किया गया है जिन
Autorenporträt
Dr. Abhinav, son of late Roopchand, is a resident of village Maraut, tehsil Matanhail, district Jhajjar, Haryana. The author has passed M.A. (2007), M.Phil. (2008), Ph.D. (2014) in Journalism and Mass Communication from Maharishi Dayanand University, Rohtak. The author has passed (2008) the National Eligibility Test conducted by the University Grants Commission for the appointment of professors. He had also Served as a sub-editor (2007-9) in the national daily newspaper Dainik Haribhoomi. The author is currently working as an Assistant Professor (since 2014) at the Institute of Mass Communication and Media Technology, Kurukshetra University.