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विवेक शैलार एक ऐसे कवि हैं जिन्होंने अनेकानेक कवितायें लिखीं और उन्होंने कविता लिखना बचपन से ही आरम्भ कर दिया था । किन्तु उन्हें अपनी कविताओं के प्रकाशन हेतु लम्बा इंतज़ार करना पड़ा जो की आज पेंसिल पब्लिकेशन के कारण संभव हो पा रहा है । ये कवितायें न सिर्फ संघर्ष की प्रेरणा देती हैं, बल्कि दर्द और उदासी से भरे मन को सुकून के अहसास तक ले जाती हैं । कहीं सच्चाई का अहसास करवाती हैं, तो कहीं उम्मीद और उत्साह भर देती हैं । कहीं देश प्रेम की भावना से जज्बातों में उबाल ला देती हे तो कही ज़माने भर को चुनौती देती हैं । उम्मीद करता हूँ की पाठकगण इन्हे पढ़कर न सिर्फ एक नए जोश से सराबोर हो जायेंगे, बल्कि…mehr

Produktbeschreibung
विवेक शैलार एक ऐसे कवि हैं जिन्होंने अनेकानेक कवितायें लिखीं और उन्होंने कविता लिखना बचपन से ही आरम्भ कर दिया था । किन्तु उन्हें अपनी कविताओं के प्रकाशन हेतु लम्बा इंतज़ार करना पड़ा जो की आज पेंसिल पब्लिकेशन के कारण संभव हो पा रहा है । ये कवितायें न सिर्फ संघर्ष की प्रेरणा देती हैं, बल्कि दर्द और उदासी से भरे मन को सुकून के अहसास तक ले जाती हैं । कहीं सच्चाई का अहसास करवाती हैं, तो कहीं उम्मीद और उत्साह भर देती हैं । कहीं देश प्रेम की भावना से जज्बातों में उबाल ला देती हे तो कही ज़माने भर को चुनौती देती हैं । उम्मीद करता हूँ की पाठकगण इन्हे पढ़कर न सिर्फ एक नए जोश से सराबोर हो जायेंगे, बल्कि ख्यालों और विचारों के एक नए जगत में प्रवेश उनकी कल्पना को जीवन के उच्चतम शिखर तक ले जायेगा । इन्ही भावनाओं के साथ । आपका विवेक शैलार MB- 9893312811. email id: - vivek123shelar@gmail.com
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