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"नमस्कार साथियों मैं इस पुस्तक के माध्यम से पैकेजिंग की इस बदलती दुनिया में आपके ब्रांड के लोगो (प्रतीक चिन्ह) के विज्ञान के बारे में अवगत कर रहा हूँ । पैकेजिंग के इस आधुनिक युग में जो बदलाव आ चुका है उससे निपटने, उसका समाधान निकालने के लिए मैंने यह पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक में आपके ब्रांड से जुड़े लोगों के मनोविज्ञान के बारे में और पैकेजिंग की डिज़ाइन और कलर कैसे और कौन से प्रिंट में होने हैं, ये सभी जानकारियाँ बताई जा रही हैं। आप पैकेजिंग को बदलकर कैसे अपने व्यापार और ब्रांड को मार्केट में दोगुना से भी अधिक बढ़ा सकते हैं, इसकी भी विस्तृत चर्चा इस पुस्तक में की गयी है ।"मुकुल एम. अग्रवाल…mehr

Produktbeschreibung
"नमस्कार साथियों मैं इस पुस्तक के माध्यम से पैकेजिंग की इस बदलती दुनिया में आपके ब्रांड के लोगो (प्रतीक चिन्ह) के विज्ञान के बारे में अवगत कर रहा हूँ । पैकेजिंग के इस आधुनिक युग में जो बदलाव आ चुका है उससे निपटने, उसका समाधान निकालने के लिए मैंने यह पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक में आपके ब्रांड से जुड़े लोगों के मनोविज्ञान के बारे में और पैकेजिंग की डिज़ाइन और कलर कैसे और कौन से प्रिंट में होने हैं, ये सभी जानकारियाँ बताई जा रही हैं। आप पैकेजिंग को बदलकर कैसे अपने व्यापार और ब्रांड को मार्केट में दोगुना से भी अधिक बढ़ा सकते हैं, इसकी भी विस्तृत चर्चा इस पुस्तक में की गयी है ।"मुकुल एम. अग्रवाल पैकेजिंग इंडस्ट्री में पिछले 15 वर्षों से लगातार कुछ ना कुछ नया आविष्कार करते हुए ग्राहकों की सेवा कर रहे हैं । लोगो (प्रतीक चिन्ह) के विज्ञान के बारे में पैकेजिंग जगत से जुड़े उद्यमी को बताकर, उसकी ट्रेनिंग देकर, इन्होंने 100 से अधिक ब्रांड के व्यापार को बढ़ाया है और आगे भी यह ज्ञान इस इंडस्ट्री में अलग अलग तरीक़े से विस्तार किए जाने का लक्ष्य है । श्री मुकुल बहुत ही सेवाभावी, कार्य के प्रति जागरूक व धर्म के प्रति आस्था रखने वाले व्यक्ति हैं।
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