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दुर्गम पहाड़ की चढ़ाई- एैडी, डीजे, ऐजे, गोरजी और हम्पी एक पहाड़ पर चढ़ने जा रहे हैं। कोई ऐसा-वैसा पहाड़ नहीं....बहुत ऊँचा पहाड़! वापस आते समय, वे एक छोटे रास्ते से लौटना चाहते हैं। छोटा, लेकिन ख़तरनाक भी! ऐसा करने से उनके साथ क्या होता है? क्या छोटा रास्ता उन्हें घर जल्दी पहुँचता है या मुसीबत में डाल देता है? यह कहानी पढ़ो और देखो कि इस बार दोस्तों की इस टुकड़ी ने क्या पाया, क्या सीखा! करुणा का उपहार- नंदू हिरण एक गरीब परिवार से है। न उसके पास पर्याप्त खाना है, न पुस्तकें और न ही कोई भी और वस्तु। उसकी दयनीय अवस्था को देखकर हम्पी उसकी मदद करने का निश्चय करता है। वह अपने दोस्तों को बताता है कि…mehr

Produktbeschreibung
दुर्गम पहाड़ की चढ़ाई- एैडी, डीजे, ऐजे, गोरजी और हम्पी एक पहाड़ पर चढ़ने जा रहे हैं। कोई ऐसा-वैसा पहाड़ नहीं....बहुत ऊँचा पहाड़! वापस आते समय, वे एक छोटे रास्ते से लौटना चाहते हैं। छोटा, लेकिन ख़तरनाक भी! ऐसा करने से उनके साथ क्या होता है? क्या छोटा रास्ता उन्हें घर जल्दी पहुँचता है या मुसीबत में डाल देता है? यह कहानी पढ़ो और देखो कि इस बार दोस्तों की इस टुकड़ी ने क्या पाया, क्या सीखा! करुणा का उपहार- नंदू हिरण एक गरीब परिवार से है। न उसके पास पर्याप्त खाना है, न पुस्तकें और न ही कोई भी और वस्तु। उसकी दयनीय अवस्था को देखकर हम्पी उसकी मदद करने का निश्चय करता है। वह अपने दोस्तों को बताता है कि उसके मन में क्या चल रहा है। वे सब भी हम्पी का हाथ बटाते हैं। वे नंदू की मदद कैसे करते हैं? क्या उनकी योजना काम करती है? यह प्यारी सी कहानी पढ़ो और पता लगाओ।