32,99 €
inkl. MwSt.
Versandkostenfrei*
Versandfertig in über 4 Wochen
  • Broschiertes Buch

ब्रेन का लचीला जादू सीखने की अथाह क्षमताहमारा मस्तिष्क, धूसर पदार्थ का नाजुक जाल, एक जादुई अंग है। यह सूचना का संग्रहालय, विचारों का कारखाना और अनुभवों का कैनवास है। लेकिन सबसे उल्लेखनीय विशेषता इसकी निरंतर विकसित होने की क्षमता है, जिसे तंत्रिका प्लास्टिसिटी यानी मस्तिष्क की लचीलापन के नाम से जाना जाता है। यह अविश्वसनीय गुण हमें किसी भी उम्र में सीखने, बदलने और नए कौशल हासिल करने का अवसर देता है।पहले यह माना जाता था कि मस्तिष्क विकास बचपन में ही रुक जाता है। लेकिन न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में हालिया खोजों ने यह मिथक तोड़ दिया है। मस्तिष्क जीवन भर नया बना रहा है, नए न्यूरॉन्स बना रहा है और…mehr

Produktbeschreibung
ब्रेन का लचीला जादू सीखने की अथाह क्षमताहमारा मस्तिष्क, धूसर पदार्थ का नाजुक जाल, एक जादुई अंग है। यह सूचना का संग्रहालय, विचारों का कारखाना और अनुभवों का कैनवास है। लेकिन सबसे उल्लेखनीय विशेषता इसकी निरंतर विकसित होने की क्षमता है, जिसे तंत्रिका प्लास्टिसिटी यानी मस्तिष्क की लचीलापन के नाम से जाना जाता है। यह अविश्वसनीय गुण हमें किसी भी उम्र में सीखने, बदलने और नए कौशल हासिल करने का अवसर देता है।पहले यह माना जाता था कि मस्तिष्क विकास बचपन में ही रुक जाता है। लेकिन न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में हालिया खोजों ने यह मिथक तोड़ दिया है। मस्तिष्क जीवन भर नया बना रहा है, नए न्यूरॉन्स बना रहा है और पुराने कनेक्शनों को मजबूत कर रहा है। यह परिवर्तनशीलता - तंत्रिका प्लास्टिसिटी - सीखने, याद रखने और अनुकूलित होने की हमारी क्षमता का आधार है।कैसे काम करता है मस्तिष्क का लचीलापन?मस्तिष्क नया सीखने पर कैसे बदलता है? यह दो प्रमुख प्रक्रियाओं के माध्यम से होता है न्यूरोजेनेसिस और सिनेप्सिस। न्यूरोजेनेसिस नए न्यूरॉन्स के जन्म की प्रक्रिया है, जो मुख्य रूप से हिप्पोकैम्पस में होती है, जो सीखने और स्मृति का केंद्र है। ये नए न्यूरॉन्स नए कनेक्शनों को बनाने में मदद करते हैं और मस्तिष्क को जानकारी को अधिक प्रभावी ढंग से संसाधित करने में सक्षम बनाते हैं। सिनेप्सिस वे जंक्शन हैं जहां दो न्यूरॉन्स जुड़ते हैं और संचार करते हैं। जब हम नया सीखते हैं, तो इन सिनेप्सिस की ताकत बदल जाती है। बार-बार उपयोग किए जाने वाले सिनेप्सिस