यह लघु पुस्तक सीमित संख्या में मगर जरूरी तथ्यों के साथ सही शब्दों का प्रयोग करते हुए लिखी गयी है। यह आजाद भारत में 70 वर्षो के राजनैतिक अन्याय के सतही इतिहास को दर्शाती है और 21वीं सदी के दूसरे दशक में हुए राजनीतिक बदलाव की सफल जमीनी नीतियों पर प्रकाश डालती है जिससे सभी मौजूदा राजनीतिक पार्टियाँ सीख लेकर देश के स्वच्छ समृद्ध भविष्य के लिए देश की जमीनी जरूरतों के अनुकूल अपनी बुनियादी दूरदर्शी सोच के तहत अपने नियम और नीतियाँ तय करे क्योंकि यह वाद-विवाद व विचार धाराओं के विरोधाभाषों से परेय देश के विकास में अपनी राजनीतिक बुद्धिमत्ता का प्रयोग करने का समय है।