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सम्मानित साहित्य प्रेमियों, आप सभी को सादर नमो बुद्धाय, जय भीम, जय भारत, जय संविधान। आप सभी के सम्मुख कविता संग्रह "प्यार की खुश्बू" प्रस्तुत करते हुए प्रसन्नता हो रही है। यह पुस्तक फेसबुक पर संचालित सामाजिक व साहित्यिक संस्था "समतावादी कलमकार साहित्य संस्थान, भारत" की प्रेरणा से प्रकाशित हो रही है। मैं आप लोगों को समतावादी कलमकार संस्थान भारत के फेसबुक पर से जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं। इस संस्थान का मूल उद्देश्य सभी संतों, गुरुओं, महापुरुषों तथा संपूर्ण बीर नारियों के जीवन संदेशों तथा आदर्शों का प्रचार प्रसार व साहित्य सृजन करना है। "प्यार की खुशबू" कविता संग्रह में सभी रचनाएं उत्कृष्ट…mehr

Produktbeschreibung
सम्मानित साहित्य प्रेमियों, आप सभी को सादर नमो बुद्धाय, जय भीम, जय भारत, जय संविधान। आप सभी के सम्मुख कविता संग्रह "प्यार की खुश्बू" प्रस्तुत करते हुए प्रसन्नता हो रही है। यह पुस्तक फेसबुक पर संचालित सामाजिक व साहित्यिक संस्था "समतावादी कलमकार साहित्य संस्थान, भारत" की प्रेरणा से प्रकाशित हो रही है। मैं आप लोगों को समतावादी कलमकार संस्थान भारत के फेसबुक पर से जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं। इस संस्थान का मूल उद्देश्य सभी संतों, गुरुओं, महापुरुषों तथा संपूर्ण बीर नारियों के जीवन संदेशों तथा आदर्शों का प्रचार प्रसार व साहित्य सृजन करना है। "प्यार की खुशबू" कविता संग्रह में सभी रचनाएं उत्कृष्ट श्रेणी की हैं जो सामाजिक संदेशों से ओतप्रोत हैं। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप सभी को यह पुस्तक अवश्य पसंद आएगी। आप सभी के स्नेह व प्यार का आकांक्षी।

भवदीय : कवि बुद्धि सागर गौतम