कुदरत की ताकदो पर प्रभुत्व हासिल किया हुवा इंसान अपने आप को भगवान समज रहा है. अपने मन मुताबिक कुदरत को हानी पंहुचा रहा है. जिससे कुदरत को बहोत नुकसान हो रहा है. इंसानों के प्रदुषण के कारन वो अपनी शक्तिया खो रहा है और उसकी मृत्यु हो रही है. कुदरत अपने आप को जिन्दा रखने के लिए और इंसानों को सबक सिखाने के लिए वो इंसनोको मितानेका फैसला करती है. कुदरत इंसानी दुनिया में अपने अवतार भेजती है. जो कुदरत के लिए इंसानो को खत्म कर देगा. तो इंसान अपने आप को बचने के लिए कुदरत की दुनिया में जाकर कुदरत का मन बदलना चाहता है. तो फिर आगे क्या होगा ? इंसान कुदरत का मन बदलने में कामयाब हो जाएगा, या फिर कुदरत इंसानों को मिटा देगी ? ये सारी कहानी इस बुक में है.
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