डॉ. मंजु गुप्ता जी नव सृजित कृति 'मनुआ हुआ कबीर' में 52 विषयों पर दोहे ही दोहे हैं। इन दोहों में भारतीय-संस्कृति और राष्ट्रीय परिवेश की सुरभि महक रही है। एक तरफ तो भारतीय हिन्दू परिवार, सनातन-धर्म, भारतीय परम्पराएँ, त्यौहार, ग्राम्य-जीवन, औषधियाँ, फूल, कोरोना की वैश्विक महामारीआदि विषय गहराई तक छुए गये हैं, वहीं पर दूसरी तरफ श्रमिक-वर्ग के पुरुष, महिलाएँ और बच्चों की दहकाती-पीड़ा ने आपको अन्दर तक दग्ध किया है।
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