स्टूब उर्फ़ सुब्रतो बंदोपाध्याय कक्षा पाँच में पढ़ने वाला मस्तमौला बच्चा है जो जल्द ही कक्षा छह में जाने वाला है. उसके माता पिता दोनों नौकरी करते हैं, पढ़ाई लिखाई में वो ठीक ठाक है और उसे लेकर ज़्यादा सिर नहीं खपाता. सब कुछ मज़े से चल रहा होता है कि अचानक उसकी स्कूल के प्रिंसिपल यह अनाउंसमेंट कर देते हैं कि एक महीने के अंदर उनका फ़ाइनल एग्ज़ाम होने वाला है. प्रिंसिपल सर का सोचना है कि कक्षा पाँच के बच्चों को अभी से पता चल जाये कि कक्षा छह में जाने का क्या मतलब होता है. लेकिन एक महीने में फ़ाइनल एग्ज़ाम!! कैसे निपटेंगे इस बिपदा से स्टूब और कक्षा पाँच के सारे बच्चे?
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