चन्द्रकांता संतति भाग ४ मैं एक जममनिया तिलिस्म हैं भूतनाथ क़ैद से मुक्त होकर लामाघटि निकलता हैं और वह गोपालसिंह के पास जाकर किशोरी कमलिनी ,लक्ष्मीदेवी, भगवानिया, श्यामसुंदरसिंह, बलभद्रसिंह, के हाल सुनकर जो कुछ रोहतगढ मैं घाटा वह बताता हैं लक्ष्मीदेवी की माँ को ज़हर देकर मारा जाता हैं और उसे शादी के बाद अय्यारिसे अजब बाहर कोठिमैबंद किया जाता हैं यह एक अय्यारिका जिता जागता नमूना हैं
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