देर रात को श्रीनि, माही के office में ही था. दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा रहे थे और फिर दोनों काम पे लग गए. 6 लोगों के phones पर ढेरों messages और calls log को filter करना और काम की जानकारी निकालना आसान नहीं था. सुबह होते-होते श्रीनि माही के पास आया. "काम रोक दो. और मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है." माही ने उसे घूरा. "मतलब?" श्रीनि धीरे से मुस्कुराया. "मतलब हमें गुन्हेगार मिल गया." माही ने एक क़दम पीछे लिया और अपने बालों में हाथ फेरा. "कौन?"
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