तभी तीनों को एक चीख सुनाई दी. सब हैरान होकर उस चीख की दिशा में घूमे. वो चीख संदीप की थी. माही उसके पास अपनी commando knife लेकर दौड़ी. ये देखकर अर्धेंदु के हाथ भी उसकी shirt के पीछे रखी हुई पिस्तौल पर गए. संदीप कुछ क़दम पीछे लड़खड़ाकर गिर गया था और हाँफ़ रहा था. माही चीते की तरह कूदकर संदीप के पास पहुँची. "क्या हुआ संदीप? तुमने क्या देख लिया?" संदीप ने काँपते हुए हाथों से झाड़ियों की ओर इशारा किया. माही ने पूछा. "वहाँ कोई जानवर है?" संदीप ने ज़ोर से अपना सर हिलाया. माही धीरे-धीरे उन झाड़ियों की तरफ़ बढ़ी.
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