सोचा न था: मानसी निखिल को काज़ीरंगा के जंगलों में पाकर बहुत हैरान रह जाती है. वहीं निखिल बहुत खुश है, मानसी को दोबारा पाकर. निखिल अब एक फॉरेस्ट ऑफिसर है. वो लैला और उसकी टीम की बहुत मदद करता है. लेकिन मानसी निखिल की मौजूदगी में सहज नहीं रह पाती है. क्या मानसी निखिल को माफ़ कर पायेगी? उनकी ये मुलाकात क्या रंग लायेगी?
Dieser Download kann aus rechtlichen Gründen nur mit Rechnungsadresse in A, D ausgeliefert werden.