राम का राज्याभिषेक: रावण वध के बाद राम ने सीता को बुलाया. सती अनसुया को वरदान के कारण सीता जैसे ही राम के सामने आईं वह अपने आप सोलह श्रृंगार में सज गईं. उनके चेहरे पर तेज था. सीता को देख राम के मन में संदेह उठा. राम ने कहा कि उन्होंने सीता को रावण से मुक्त करा दिया है. अब उनका काम खत्म हो चुका है सीता अब जहां चाहे जा सकती हैं. तब सीता ने अपनी पवित्रता की दिखाने के लिए जलती चिता पर बैठ गईं. सीता उस अग्नि से सकुशल वापस निकल आईं. राम आयोध्या लौटे और वे अयोध्या के राजा बन गए. फिर ऐसा क्या हुआ कि उन्हें सीता की पवित्रता पर दोबारा संदेह हो गया?
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