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यह ख़ूबसूरत, चौंका देने वाली पुस्तक सरल, मज़ेदार, रहस्यमय और साहित्यिक भी है।' आंद्रे अगासी बिज़नेस स्कूल उत्तीर्ण करने के बाद फ़िल नाइट ने अपने पिता से पचास डॉलर उधार लिए और एक साधारण उद्देश्य के साथ एक कंपनी की शुरुआत की : जापान से उच्च गुणवत्ता वाले, कम कीमत के रनिंग शूज़ आयात किये। नाइट ने अपने व्यापार के पहले वर्ष यानी 1963 में जूते बेचकर 8000 डॉलर कमाए। आज नाइकी की वार्षिक बिक्री 30 बिलियन डॉलर से अधिक है और उसकी पहचान उसके चिन्ह (लोगो) से कहीं बढ़कर है। लेकिन इस महान उपलब्धि से हटकर नाइट हमेशा एक रहस्य बने रहे। अब वे अपने जीवन की कहानी बता रहे हैं जो हैरतअंगेज़, विनम्रतापूर्ण, स्पष्ट, मज़ेदार…mehr

  • Format: mp3
  • Größe: 614MB
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Produktbeschreibung
यह ख़ूबसूरत, चौंका देने वाली पुस्तक सरल, मज़ेदार, रहस्यमय और साहित्यिक भी है।' आंद्रे अगासी बिज़नेस स्कूल उत्तीर्ण करने के बाद फ़िल नाइट ने अपने पिता से पचास डॉलर उधार लिए और एक साधारण उद्देश्य के साथ एक कंपनी की शुरुआत की : जापान से उच्च गुणवत्ता वाले, कम कीमत के रनिंग शूज़ आयात किये। नाइट ने अपने व्यापार के पहले वर्ष यानी 1963 में जूते बेचकर 8000 डॉलर कमाए। आज नाइकी की वार्षिक बिक्री 30 बिलियन डॉलर से अधिक है और उसकी पहचान उसके चिन्ह (लोगो) से कहीं बढ़कर है। लेकिन इस महान उपलब्धि से हटकर नाइट हमेशा एक रहस्य बने रहे। अब वे अपने जीवन की कहानी बता रहे हैं जो हैरतअंगेज़, विनम्रतापूर्ण, स्पष्ट, मज़ेदार और ख़ूबसूरत ढंग से गढ़ी गई है। वे उन बुनियादी रिश्तों की यादें ताज़ा कर रहे हैं जिनसे नाइकी के दिल और आत्मा का निर्माण हुआ, और कैसे सबके साथ मिलकर उन्होंने एक ब्रांड बनाया जिसने कई महत्त्वपूर्ण बदलावों को अंजाम दिया। इस क़िताब को ऑडियोबुक के रूप में सुन कर ऐसा लगता है, जैसे किसी ने हमारे जीवन को नयी दिशा दिखाई है। In 1962, fresh out of business school, Phil Knight borrowed $50 from his father and created a company with a simple mission: import high-quality, low-cost athletic shoes from Japan. Selling the shoes from the boot of his Plymouth, Knight grossed $8000 in his first year. Today, Nike's annual sales top $30 billion. In an age of start-ups, Nike is the ne plus ultra of all start-ups and the swoosh has become a revolutionary, globe-spanning icon, one of the most ubiquitous and recognizable symbols in the world today. But Knight, the man behind the swoosh, has always remained a mystery. Now, for the first time, he tells his story. Candid, humble, wry, and gutsy, he begins with his crossroads moment when at 24 he decided to start his own business. He details the many risks and daunting setbacks that stood between him and his dream along with his early triumphs. Above all, he recalls how his first band of partners and employees soon became a tight-knit band of brothers. Together, harnessing the transcendent power of a shared mission and a deep belief in the spirit of sport, they built a brand that changed everything. A memoir rich with insight, humor, and hard-won wisdom, this book is also studded with lessons about building something from scratch, overcoming adversity, and ultimately leaving your mark on the world.

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